21 नवंबर गुरुवार को बाजपेयी मैदान प्रताप टाकीज चौक तिलक नगर राम मंदिर बिलासपुर के सामने विशाल मछुआरा सम्मेलन का आयोजन किया गया है
महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति आरक्षण पर चर्चा परिचर्चा कर भारत शासन ने 7 जनवरी 1950 को जारी मांझी जनजाति अंतर्गत केंवट, ढीमर, मल्लाह, भोई को शामिल किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद राजनीतिक षड़यंत्र के तहत इसे विलुप्त कर दिया गया। अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए संगठित शक्ति का अधिक से अधिक प्रदर्शन करना नितांत आवश्यक है। सभा समापन के बाद एक विशाल रैली निकालकर कलेक्टर के माध्यम से छग के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ मछुआ महासंघ प्रदेश अध्यक्ष एम आर निषाद, छग केंवट निषाद समाज प्रदेश अध्यक्ष कुंवर सिंह निषाद व विधायक गुंडरदेही विधानसभा, राकेश कुमार धीवर, भुवन लाल औसरिया, संतोष कुमार मल्लाह, मुकेश कुमार राकेश, बी। एस निषाद, दीप कैवर्त, नवीन धीवर, दीपक आदित्य, सतीश धीवर, ज्योति निषाद, अमृता निषाद, पूजा निषाद, शत्रुधन इसके अलावा दुर्ग, बस्तर, रायपुर, सरगुजा संभाग व बिलासपुर संभाग के कई जिलों के लोग इसमें शामिल हुए।
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