Tuesday, November 5, 2024

शिवरीनारायण/श्री जगन्नाथ स्वामी जी का मूल स्थान, युगों युगों से विराजित गुप्त तीर्थ धाम धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में

गोपाष्टमी का महापर्व  श्रद्धा भक्ति के मध्य हर्षौल्लास के साथ मनाया जाएगा इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ का प्रमुख धार्मिक तीर्थ स्थल शिवरीनारायण के मुख्य मंदिर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर बड़े मंदिर में गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाएगा



श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के मुख्य पुजारी पं. हरीश तिवारी भोगहा ने बताया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्री कृष्ण जी ने गऊ माता की सेवा करने और गायों के संवर्धन के लिए सर्वप्रथम गाय चराने  की शुरुवात किया था भगवान के द्वारा किसी भी समय  जो भी कार्य शुरू करे वही समय शुभ मुहूर्त बन जाता है श्री कृष्ण जी ने जब गो चरण की शुरुवात किया वह शुभ तिथि था कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि जो गोपाष्टमी के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

 श्रीमद् भागवत महापुराण में भी सुनने को मिलता है की भगवान श्रीकृष्ण जी गायों से आत्मिक लगाव रखते थे श्री कृष्ण जी गायों, बछड़ों के साथ खेला करते थे और उन्हें गायों से बड़ा प्रेम था।

धार्मिक मान्यता है कि गोपाष्टमी के दिन गायों की विधि विधान से पूजापाठ और सेवा करने से सभी देवी देवताओं का आशिर्वाद प्राप्त होता हैं साथ ही श्री कृष्ण जी गायों की सेवा करने से बहुत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तो के ऊपर अपार कृपा  बरसाते है।

ऐसा भी कहा जाता है कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुक्ल पक्ष सप्तमी तक भगवान श्री कृष्ण जी अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाए हुए थे आठवें दिन जब इंद्र का अहंकार टूटा तो और इंद्र भगवान श्रीकृष्ण जी से क्षमा मांगने आए तभी से कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी का उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है। श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के मुख्य पुजारी 

पं. हरीश तिवारी भोगहा ने बताया कि गोपाष्टमी के पावन अवसर पर 9/11/2024 दिन शनिवार को दोपहर ठीक 12बजे से श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में भोग प्रसाद महाभंडारा का आयोजन किया गया है जिसमें नगर सहित बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए महाभंडारा में प्रसाद की व्यव्स्था रखी गई है महाभंडारा में सभी श्रद्धालु भोग प्रसाद ग्रहण करेंगे।

गोपाष्टमी के शुभ अवसर पर श्री शिवरीनारायण भगवान जी का नवीन वस्त्रों से मनमोहक श्रृंगार किया जाएगा। रंग बिरंगे फूलों की माला भगवान श्री को धारण कराया जाएगा 

श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में भगवान श्री कृष्ण जी बाल लीलाओं की आकर्षक मनमोहक झांकी सजाई गई है ।

श्री कृष्ण जी की झाकियों की महाआरती दोपहर ठीक 11बजे घण्टे घड़ियाल और शंख की मधुर ध्वनि के मध्य महाआरती किया जाएगा  भगवान श्री कृष्ण जी को विभिन्न मिष्ठानो का भोग प्रसाद लगाया  जाएगा साथ ही गऊ माता की आरती कर घास हरी सब्जियां और मिष्ठान खिलाया जाएगा तदपश्चात नगर सहित बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए महाभंडारा का आयोजन किया गया है श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के प्रागढ़ में सभी श्रद्धालु भगवान श्री शिवरीनारायण जी और श्री कृष्ण जी का भोग प्रसाद ग्रहण करेंगे।

भोग प्रसाद महाभंडारा के अयोजन को सफल बनाने में श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के मुख्य पुजारी पं. हरीश तिवारी भोगहा,पं. हर्षवर्धन तिवारी, शशांक तिवारी, अंकित तिवारी,अभिनव तिवारी, दिनेश शर्मा, प्रतिक शुक्ला, अभिषेक तिवारी छोटा, अभिजीत पांडेय, आशीष दुबे, चिंटू केशरवानी राजेश केशरवानी, अश्वनि केशरवानी, श्रवण अग्रवाल 

संतोष आदित्य, आशीष दुबे, राजेंद्र राजू, केशरवानी,सुखनंदन आदित्य, आनंद केशरवानी, गोतम शर्मा, अक्षय यादव, प्रहलाद केशरवानी,रक्षवीर तिवारी, आयु केशरवानी के साथ श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर प्रबंधन से जुड़े हुए लोग भोग प्रसाद महाभंडारा समिति के सभी सदस्यगण श्रद्धालु भक्तजन तत्परतापूर्वक जुटे हुए है।

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