Thursday, November 3, 2022

अखंड राम नाम सप्ताह, नवधा रामायण एवं श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में शामिल हुए राजेश्री महन्त जी लोगों ने की भजन कीर्तन एवं आतिशबाजी के साथ राजेश्री महन्त जी का स्वागत

 अखंड राम नाम सप्ताह, नवधा रामायण एवं श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में शामिल हुए राजेश्री महन्त जी
लोगों ने की भजन कीर्तन एवं आतिशबाजी के साथ राजेश्री महन्त जी का स्वागत


कार्तिक महीने में जहां एक ओर खेतों में किसानों का फसल लहलहा रहा है वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य के सभी गांवों में भक्ति की गंगा प्रवाहित हो रही है। जगह -जगह पर नवधा रामायण, श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ, अखंड राम नाम सप्ताह का आयोजन लोगों के द्वारा व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक रूप से किया गया है। इस परिस्थिति में महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग जो कि श्री शिवरीनारायण मठ एवं श्री दूधाधारी मठ पीठाधीश्वर होने के साथ-साथ अनेक मठ मंदिरों के सर्वराकार तो हैं ही धर्माचार्य होने के कारण वे भगवान श्री हरि के ध्वजवाहक भी हैं, इसलिए लोगों की यह अपेक्षा रहती है कि महाराज जी उनके द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में कुछ क्षण के लिए सही आकर दर्शन दे दें तो उनका यह आध्यात्मिक, सामाजिक आयोजन सफल हो जाएगा इसी चाहत में लोग उन्हें निमंत्रण पत्र तो देते हैं साथ-साथ बार-बार फोन से या अन्य माध्यम से आग्रह भी करते रहते हैं। महाराज जी भी अपने जीवन का अधिक से अधिक समय इनको निर्विघ्नं संपन्न कराने में ही लगाते हैं और प्रत्येक स्थानों पर अपनी उपस्थिति प्रदान करते हैं किंतु समय एवं शरीर की भी एक मर्यादा है। मठ मंदिरों से जुड़े हुए अनेक गांव हैं, सार्वजनिक जीवन में होने के कारण सभी गांव से उन्हें निमंत्रण प्राप्त होता है, राज्य गौ सेवा आयोग की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही पूरे छत्तीसगढ में उनके शुभचिंतकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, प्रत्येक स्थानों पर उपस्थिति दर्ज करा पाना नामुमकिन भी है, उसके पश्चात भी वे लोगों की इच्छा के अनुरूप देवदूत की तरह निर्धारित समय पर उपस्थित हो जाते हैं। इससे लोगों का उत्साह दोगुना हो जाता है। गुजरात राज्य में धुआंधार दौरा संपन्न करने के पश्चात एक एवं दो नवंबर को उन्होंने कबीरधाम, जांजगीर-चांपा जिला एवं नवगठित शक्ति जिले में अपना कार्यक्रम सुनिश्चित किया। एक नवंबर को जहां वे एक ओर राज्य निर्माण के उपलक्ष में आयोजित राज्योत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुए वहीं दूसरी ओर पुरानी बस्ती जांजगीर के भगत सिंह चौंक में विगत 61 वर्षों से आयोजित हो रहे अखंड राम नाम संकीर्तन में उपस्थित होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। ग्राम महंत एवं तुष्मा के अखंड नवधा रामायण में सम्मिलित हुए 



और शिवरीनारायण में विभिन्न स्थानों पर अनेक परिवारों के द्वारा आयोजित चार अलग-अलग श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव ने बताया कि इस बीच राजेश्री महन्त जी महाराज ने रायपुर पहुंचकर आंवला नवमी के कार्यक्रम को संपन्न किया और शाम को पुनः शिवरीनारायण पहुंचकर शिवरीनारायण वासियों के बीच मठ मंदिर में आंवला नवमी के भव्य कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, केवल इतना ही नहीं वे लोगों के जन्मोत्सव, श्रद्धांजलि, वैवाहिक, दुकान का शुभारंभ, घर का उद्घाटन कार्यक्रम में भी अपनी सहभागिता निभाई उनके कार्य हरि अनंत हरि कथा अनंता की तरह है। सुबह रायपुर से निकलते हैं शाम तक राज्य के विभिन्न जिलों में पहुंचकर लोगों के सुख-दुख एवं सामाजिक, आध्यात्मिक कार्यक्रम में उपस्थित होते हैं। सरलता, विनम्रता एवं सादगी पूर्ण लोगों के समक्ष उनकी उपस्थिति कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करती है। लोग उनके एक झलक दर्शन प्राप्त करने के लिए बेताब नजर आते हैं। वे जहां भी जाते हैं लोग आतिशबाजी, भजन- कीर्तन, आरती, पुष्पमाला, तिलक चंदन आदि से उनका स्वागत करते हैं! चरण पखार कर का चरणामृत प्राप्त करते हैं। इतने अधिक व्यस्तता के बीच भी वे संत समाज के कार्यों को भी संपन्न करते हैं उन्होंने कबीरधाम के राम्हेपुर पहुंचकर श्री महन्त नरेंद्र दास जी महाराज सहित अन्य महन्तों की महन्ताई के कार्यक्रम में भी अपनी उपस्थिति प्रदान की उनके साथ चलते चलते ऐसा महसूस होता है कि -जीवन चलने का नाम, चलते रहो सुबहों शाम।



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