Monday, October 10, 2022

देवभोग के एक लाल ने गुदड़ी का लाल मुहावरा को पूरा कर दिखाया है निषादपारा निवासी नित्यानंद निषाद ने इस बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गोलाफेंक और भालाफेंक में प्रथम स्थान हासिल कर दोनों में गोल्ड मैडल हासिल किया है

 देवभोग के एक लाल ने  गुदड़ी का लाल मुहावरा को पूरा कर दिखाया है निषादपारा निवासी नित्यानंद निषाद ने इस बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गोलाफेंक और भालाफेंक में प्रथम स्थान हासिल कर दोनों में गोल्ड मैडल हासिल किया है

नित्यानंद ने गोलाफेंक में लगभग 13 मीटर गोला फेंककर प्रथम स्थान हासिल किया.. तो वहीं भाला फेंक में प्रथम स्थान का मुकाम उन्हें 40 मीटर फेंकने के बाद मिला… यहां बताना लाजमी होगा कि इससे पहले भी नित्यानंद ने बिलासपुर के एक प्रतियोगिता में गोलाफेंक में प्रथम स्थान हासिल कर गोल्ड मैडल जीता था.. दूरभाष से चर्चा पर नित्यानंद ने बताया कि उन्होंने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में गोलाफेंक और भालाफेंक में प्रथम स्थान हासिल किया है.. नित्यानंद ने यह भी बताया कि उनका चयन राष्ट्रीय स्तर पर भी हो गया है.. और वे जल्द ही देश के दूसरे राज्य में खेलने के लिए निकलेंगे..

पत्थर फेंककर पाया यह मुकाम -: दूरभाष में चर्चा के दौरान नित्यानंद ने यह भी बताया कि वे पिछले पांच साल से गोलाफेंक के लिए तैयारी कर रहे थे.. इस दौरान ठण्ड, गर्मी या बरसात किसी भी मौसम में अलसुबह 4 बजे उठकर वे पत्थर फेंककर अभ्यास किया करते थे.. नित्यानंद ने बताया कि आज वे जिस जगह भी है.. वे उनके पिता *शिवलाल निषाद* की वजह से है.. नित्यानंद के मुताबिक उनके पिताजी हर रोज अलसुबह अलार्म लगाकर उन्हें जगाते थे.. इतना ही नहीं पिता ने हमेशा बेटे के हर निर्णय का स्वागत किया.. वहीं बाहर खेलने जाने पर भी हमेशा हामी भरा.. वहीं बेटे की सफलता पर पिता शिवलाल निषाद भी फुले नहीं समा रहे है

*शिवलाल निषाद* जी ने कहा कि उनके बेटे ने देवभोग का नाम गौरवान्वित किया है.. और उनके नाम के साथ ही समाज का नाम भी रोशन किया है.. उन्होंने कहा कि पुत्र बचपन से ही खेल के प्रति जूनून रखकर आगे बढ़ रहा था.. वहीं नित्यानंद ने कहा कि अभी उनका सफर शुरू हुआ है.. आने वाले दिनों में उन्हें ओलम्पिक खेलना है.. ओलम्पिक ही उनका लक्ष्य है.. इस लक्ष्य को लेकर वे आगे बढ़ रहे है.. नित्यानंद ने शासकीय महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य टी एस मरकाम के प्रति भी आभार व्यक्त किया है.. नित्यानंद के मुताबिक महाविधालय के प्राचार्य ने हमेशा खेलों के प्रति उन्हें जागरूक करते हुए खेल सामग्री भी समय-समय पर दिलवाया है.. नित्यानंद ने बताया कि इस आयोजन में जाने से पहले उन्हें महाविधालय की ओर से ट्रैक शूट और जूता भी दिया गया था.



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