छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कारधानी शिवरीनारायण जिसे माता शबरी का जन्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है यह नगरी श्री भगवान शिवरीनारायण जी का पावन धाम है यहाँ तीन नदियों का संगम स्थल(महानदी, शिवनाथ नदी एवं जोक नदी) है महानदी को चित्रोत्पला गंगा भी कहते हैं।
आश्विन कृष्ण पक्ष नवमीं (मातृ नवमीं) और दशमी तिथि को श्री शिवरीनारायण मठ के पूर्वाचार्य श्री महन्त लालदास जी महाराज की तिथि है! इस पावन अवसर पर श्री शिवरीनारायण भगवान, श्री जगन्नाथ स्वामी ,श्री राघवेन्द्र सरकार जी, श्री हनुमानजी महाराज,सर्वदेवमयी गौमाता ,सन्त महात्मा, विप्रजन एवं श्रद्धालु भक्तों के लिए भोग भंडारा की तैयारी में तल्लीन अपने सहयोगियों के साथ श्री दूधाधारी मठ एवं श्री शिवरीनारायण मठ पीठाधीश्वर तथा छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज
No comments:
Post a Comment