स्थान माता शबरी जी की पावन जन्मभूमि शिवरीनारायण में श्री गोपाष्टमी का महापर्व धूमधाम के साथ भक्तिमय वातावरण मे श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया
इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ का प्रमुख धार्मिक तीर्थ नगरी शिवरीनारायण के मुख्य मंदिर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर में गोपाष्टमी के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का जत्था दर्शन पूजन करने के लिए उमड़ा। दिनभर श्रद्धालुओ ने श्री शिवरीनारायण भगवान जी का दर्शन पूजन कर आशिर्वाद प्राप्त किया। गोपाष्टमी के महत्व और उपयोगिता के संदर्भ में जानकारी देते हुए
श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित हरीश तिवारी भोगहा ने बताया कि गायों को हिंदू धर्म में धर्म और संस्कृति की आत्मा माना जाता है धार्मिक मान्यता है कि गौ माता के अंदर 33कोटि देवी देवताओं का निवास रहता है इसीलिए गाय को हिंदू धर्म में गौ माता कहा जाता है।
भगवान श्री कृष्ण जी लगभग दस वर्षों तक नंगे पांव रहकर गो चरण का कार्य किया था क्योंकि गौ माता नंगे पर ही चलती है इसीलिए श्री कृष्ण भगवान जी भी नंगे पांव रहकर गौ चरण का कार्य करते थे श्री धाम वृंदावन में भगवान श्री कृष्ण जी के नंगे पैरचलने के कारण वृंदावन की रज पावन हो गया श्रद्धालु भक्त जनश्री धाम वृंदावन के रज को अपने मस्तक पर लगाकर स्वयं को धन्य समझते हैं।
कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्री कृष्ण जी गायों को चराने के लिए सर्वप्रथम वन में गए इसीलिए कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि गोपाष्टमी के नाम से विख्यात हुआ था श्री गोपाष्टमी के शुभ अवसर पर नगर के मुख्य मंदिर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर में विराजित श्री शिवरीनारायण भगवान जी का नवीन वस्त्रों से मनमोहक आकर्षक श्रृंगार किया गया भगवान श्री को रंग बिरंगे फूलों की माला पहनाया गया सुबह और रात्रि में श्री शिवरीनारायण भगवान जी की महाआरती किया गया श्रद्धालुओ को प्रसाद वितरण किया गया।
गोपाष्टमी पर्व के मौके पर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर में पहली बार शनिवार 9/11/2024 को विशाल भोग प्रसाद और महाभंडारा का आयोजन दोपहर 12बजे से शाम 4 बजे तक किया गया।
लेकिन श्रद्धालुओ की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए महा भंडारा रात्रि 8.30बजे तकचलता रहा।भोग प्रसाद महा भंडारा में प्रसाद पाने के लिए नगर के श्रद्धालुओ के साथ ही दूर दूर से भगवान श्री शिवरीनारायण जी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं ने भी बड़ी संख्या में श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर प्रांगण में बैठकर भोजन भोग प्रसाद ग्रहण किया। श्री शिवरीनारायण भगवान जी का महाप्रसाद पाने मंदिर के बाहर श्रद्धालुओ की लंबी कतार लगी रही।
सुबह से ही मंदिर में श्री शिवरीनारायण भगवान जी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी रही। श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित हरीश तिवारी ने बताया की गोपाष्टमी के अवसर पर भोग प्रसाद महा भंडारा के पहले गौ माता को स्नान, तिलक लगाकर आरती पूजन कर हरा घास, गुड हरी सब्जियां और मिष्ठान खिलाया गया तथा गौ माता को प्रणाम कर नगर के नागरिकों के साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी नागरिकों की जनकल्याण की मंगल कामना का आशिर्वाद लिया इसके उपरांत श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में श्री कृष्ण जी की बाल लीलाओं की विभिन्न आकर्षक झांकी लगाया गया है श्री कृष्ण जी की झाकियों का दोपहर ठीक 11बजे महाआरती किया गया श्री कृष्ण जी के साथ ही श्री शिवरीनारायण भगवान जी को भोग प्रसाद महा भंडारा मे बने हुए विभिन्न मिष्ठानों और पकवानो का भोग लगाया गया। शिवरीनारायण भगवान जी आरती पूजन करने के बाद श्रद्धालुओं के लिए भोग प्रसाद महा भंडारा का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने मंदिर में बैठकर बड़ी संख्या में प्रसाद ग्रहण किया लगभग तीन से चार हजार श्रद्धालुओं ने भोग प्रसाद महा भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए बार-बार मुख्य मंदिर का प्रवेश द्वार का दरवाजा बंद करना पड़ा। दोपहर 12बजे से भोग प्रसाद महा भंडारा का कार्यक्रम आरंभ हुआ जो रात्रि 8.304बजे तक निर्बाध गति से चलता रहा। मंदिर में दिनभर भजन कीर्तन भी श्रद्धालुओ के द्वारा किया गया। श्री राम जय राम जय जय राम का संकीर्तन भजन चलता रहा
श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर में आयोजित भोग प्रसाद महाभंडारा के अयोजन को सफल बनाने में श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के मुख्य पुजारी पं.श्री वीरेंद्र तिवारी भोगहा,पं.हरीश तिवारी भोगहा, पं. हर्षवर्धन तिवारी,शशांक तिवारी, अंकित तिवारी, अभिनव तिवारी, दिनेश शर्मा, प्रतीक शुक्ला,अभिषेक तिवारी,सचिन मिश्रा, उत्तम उपाध्याय,गौतम शर्मा, राजेश गुप्ता, सन्नी गुप्ता, हरि केशरवानी,अश्वनी केशरवानी, , राजेंद्र सुल्तानिया, मनोज शर्मा, मनमोहन सुल्तानिया, विवेक अग्रवाल, रमेश केशरवानी, संतोष आदित्य, श्रवण अग्रवाल, राजेंद्र केशरवानी, सुखनंदन आदित्य, राघवेंद्र केशरवानी, रजनीकांत यादव,अक्षय यादव, आकाश, गौरव, आंनद केशरवानी, मिथेस प्रहलाद केशरवानी, आयु केशरवानी, रक्षवीर तिवारी, बुद्धेश्वर केशरवानी, मनोझिया केशरवानी राष्ट्रीय सेवा योजना वंदे मातरम् स्कूल के विद्यार्थियों के साथ ही नगर के सभी नागरिकों,श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर प्रबंधन समिति तथा भोग प्रसाद महाभंडारा के सभी सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।